The Greatest Guide To shiv chalisa lyrics in marathi

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

गिरिन्द्रात्मजासंग्रहीतार्धदेहं गिरौ संस्थितं सर्वदा सन्नगेहम् ।

पुत्र हीन more info कर इच्छा कोई । निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ

मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

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